शब्दों की नाव भटकती थी बीच भंवर, गोपाल का नाम बना उसका सुंदर किनारा। जहां हर अक्षर छू ले भक्तिमय उजियारा, वहीं से मेरी लेखनी पाएगी ऊंचाई का सहारा..✍️
1. 🙏🌸 गोपाल 🌸🙏 38 | 27 | 32 | 5 | | 16-08-2025 |
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